Sandalwood Farming: समूचे जगहों पर पुष्पा और पुष्पा-2 फिल्म ने जिस तरह से फिल्मी जगत में अपना एक अलग नाम कमाया है उसी तर्ज में मैहर का एक किसान भी इस मामले पर सार्थक प्रयास कर रहा है। पुष्पा फिल्म में जहां चंदन के लकड़ी की तस्करी के सीन को फिल्माया गया है, वहीं इस किसान ने तस्करी में नहीं बल्कि चंदन की खेती पर अपना भविष्य और नए युग की पीढ़ी को खेती-किसानी के क्षेत्र में बेहतर भविष्य बनाने की सलाह दे रहा है। मैहर के पुष्पा पड़ोसी देश के अलाव अन्य विदेशों में भी चंदन के पौधों व बीजों की सप्लाई कर रहे हैं। मैहर के एक किसान कृष्ण कुमार सिंह ने न केवल किसानों को आधुनिक सुविधाओं के जरिए खेती करने का नया जरिया सिखाया है। बल्कि आने वाली पीढ़ी को खेती किसानी से जुड़ने का संदेश भी दिया है।

यू-ट्यूब से सीखा गुन, फिर स्वंय का बनाया चैनल
मैहर जिले के त्योंधरी के निवासी कृष्ण कुमार मैहर जिले के अमरपाटन ब्लाक मे रीवा रोड स्थित बगीचे में लाल चंदन और सफेद चंदन की खेती कर रहे हैं। आज से तकरीबन 3 साल पहले यू-ट्यूब के माध्यम से कृष्ण कुमार ने चंदन के बीज से लाल और सफेद चंदन की खेती करना सीखा था। अब वह खुद का य-ूट्यूब चैनल बना कर लाखों लोगों को चंदन के पेड़ की खेती के बारे में खेती करना सीखा रहे हैं। किसान कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि पहले तो वे शौक के लिए पौधे लगाते थे। उनके पिता भी चन्दन के पौधे लगाते थे। हर किसान चाहता है पैसा कमाना, इसलिए अब वे इसको बढ़ावा दे रहे हैं। लिहाजा सालाना इसी खेती से लाखों की कमाई कर रहे हैं। उत्पादित बीज सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका और वियतनाम जैसे कई अन्य देशों में भी भेजे जाते हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो डालने के बाद से उन्हें आर्डर मिलते हैं और उसी के माध्यम से ऑर्डर मिलने के बाद वो बीज को यहां से भेजते है। इसमें उनकी कमाई लाखों में होती है। बीज उत्पादन के व्यवसाय के अलावा कृष्ण कुमार यूट्यूब में प्रशिक्षण देकर लाखों की कमाई भी कर रहे हैं। कृष्ण कुमार का मानना है कि चंदन की खेती से अच्छी खासी आमदनी भी हो सकती है। वो इस बात के प्रत्यक्ष उदाहरण भी हैं
एजेंट के जरिए पाक भेजते हैं बीज
किसान कृष्ण कुमार ने बताया कि शुरुआत में जब उन्हें पाकिस्तान से ऑर्डर मिला तो उन्होंने 2 किलो बीज पाकिस्तान भेजे। जब उन्हें लगा की लेनदेन सही हो रहा है। तब उसके बाद उन्होंने भारतीय एजेंट के माध्यम से अधिक बीच भेजना शुरू कर दिए। अब तक वह 25 किलो बीज पाकिस्तान भेज चुके हैं।
सिर्फ बीज से 5 लाख रूपए से अधिक कमाई
कृष्ण कुमार सिंह की माने तो पिछले तीन वर्षो में उन्हे चंदन के पौध और बीज से 5 लाख रूपए से ऊपर की रकम कमाई के रूप में प्राप्त हुई है। वहीं उनसे अब तक सैकड़ा भर किसान खेती के गुन सीख चुके हैं। हालाकि शासकीय तौर पर न तो उन्होने किसी से कोई मदद मांगी न ही सरकार ने अपनी ओर से की है। उनके पास प्रयागराज, आयोध्या के अलावा कई अलग-अलग जगह से लोग पहुंच रहे हैं और बीज व पौध क्रय कर रहे हैं।

त्योंधरी में 10 वर्ष पुराना पौधा
कृषक के मूल गांव त्योंधरी में एक चंदन का पौधा 10 वर्ष पुराना है, वहीं उन्होने यह भी बताया कि एक बहुत पुराना चंदन का पेड़ था, जिसे चोरो ने काट लिया था। वहीं उनके पास वर्तमान समय में 5-5 वर्ष के पौधे हैं।
