Maha Shivratri 2025 Hindi News : महाशिवरात्रि शिव विवाह महोत्सव के पावन अवसर पर मैहर जिले के रामनगर में अद्भुत नज़ारा देखने को मिला, जब भगवान शंकर स्वयं बारात लेकर निकले और पूरा शहर हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठा। यह भव्य बारात रामनगर के सतना कैम्प मे स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर से देवराजनगर के छोटी अयोध्या राजाधिराज मंदिर तक निकाली गई,जहां पूरे विधि-विधान से भगवान शिव और माता पार्वती का पाणिग्रहण संस्कार संपन्न हुआ।

भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम
भोलेनाथ की इस भव्य बारात में हजारों श्रद्धालु उमड़ पड़े। भक्तों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ बम-बम भोले के जयकारे लगाए। हाथों में ध्वज, गले में रुद्राक्ष की माला और माथे पर त्रिपुंड धारण किए हुए श्रद्धालु इस शोभायात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे थे। ढोल-नगाड़ों की धुन और शंखनाद के बीच निकली यह बारात भक्तिमय माहौल में सराबोर हो गई।

जनप्रतिनिधियों ने भी निभाई बाराती की भूमिका
इस धार्मिक आयोजन में जनप्रतिनिधि भी पीछे नहीं रहे। मैहर विधायक श्रीकान्त चतुर्वेदी जिला पंचायत अध्यक्षरामखेलावन कोल सहित भाजपा जिला उपाध्यक्ष आशुतोष गुप्ता सूरज संविदाकार कालिका प्रसाद पटेल महेंद्र कुशवाहा पार्षद रिंकू त्रिपाठी कांग्रेस प्रदेश सचिव विक्रामादित्य सिंह पूर्व मंत्री रामखेलावन पटेल भीम सोनी अर्जुन सोनी एडवोकेट मनकामना द्विवेदी यादवेन्द्र सिंह गोरेलाल पटेल सहित कई समाजसेवी और नगर के प्रतिष्ठित लोग भी बाराती बने। उन्होंने भगवान शिव की भक्ति में लीन होकर शोभायात्रा में हिस्सा लिया और आयोजन की भव्यता में चार चाँद लगा दिए इसके बाद बारात का स्वागत देवराजनगर मे धर्मेंद्र प्रताप सिंह विष्णुप्रताप सिंह कृष्ण प्रताप सिंह सरपंच गिधैला अनीता विकास गुप्ता सरपंच देवराजनगर राजेश शुक्ला रजनीश पांडे मनोज सिंह गुड्डू त्रिलोकी गुप्ता राज नारायण सिंह शिवेंद्र विक्रम सिंह प्रिंस सिंह सानू खान नत्थू लाल सचिव भूपेंद्र त्रिपाठी भूपेंद्र सोनी अशोक पाल गुड्डू निगम सफीउल्ला खान मोहम्मद सलीम शिरीष निगम लक्ष्मी नारायण सोनी ओमप्रकाश पटेल सचिव विकास निगम आदि द्वारा की गई समापन स्थल देवराजनगर स्थित छोटी अयोध्या राजाधिराज मंदिर में विधि-विधान से शिव-पार्वती का विवाह संपन्न हुआ। मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है, दीपों और फूलों की सजावट ने पूरे परिसर को दिव्यता से भर दिया है। श्रद्धालु इस शुभ अवसर के गवाह बनने के लिए बड़ी संख्या में मंदिर परिसर में एकत्र हुए थे।

शिव विवाह की अनूठी परंपरा
शिव विवाह केवल एक धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि भक्ति,श्रद्धा और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक भी है। यह आयोजन भक्तों को भगवान शंकर की सादगी और पार्वती माता की अटूट भक्ति की कथा से जोड़ता है। नगरवासियों के सहयोग से हर साल यह आयोजन और भी भव्य रूप ले रहा है।
