
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : एक तरफ जहां कोरोना वायरस संक्रमण के बीच आजमगढ़ पुलिस अपनी छवि सुधारने में लगी है तो वहीं दूसरी तरफ अभी भी कुछ ऐसे पुलिस कर्मी जिले में हैं जो खाकी की साख गिराने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला अहरौला थाने का है जहां पुलिस के चंगुल में लगातार दो दिनों तक रहने वाले बलात्कार के आरोपी को बृहस्पतिवार को मुकदमा दर्ज होने के बाद छोड़ दिया। साथ ही प्रभारी निरीक्षक का सूर भी बदल गया। बुधवार की शाम तक एसओ जिसे बहुत ही जघन्य अपराध मान रहे थे। उसी आरोपी को दूसरे दिन आवभगत के साथ छोड़ दिए। पुलिस का यह कारनामा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। हर तरफ पुलिस के कार्य की निंदा हो रही।
अहरौला थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले अधेड़ की पत्नी मर चुकी है। कप्तानगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला से अधेड़ की जान पहचान है। महिला की बेटी की शादी अधेड़ ने अपने बेटे से तय किया है। मेलमिलाप के दौरान महिला और अधेड़ के बीच संबंध हो गया। दोनों एक दूसरे के घर भी आते जाते थे। बीते सोमवार को अधेड़ बैंक से चार हजार रुपये निकालकर महिला को दिया। जिसे गांव के ही एक युवक ने छीन लिया। इसकी शिकायत करने महिला को लेकर अधेड़ अहरौला थाने पहुंचा। तो पुलिस उक्त पड़ोसी को भी बुला लिया। मिली जानकारी के अनुसार अधेड़ ने महिला का एक अश्लील वीडियो बनाया था। जिसकी जानकारी पुलिस को हो गयी। इसके बाद पुलिस महिला से जबरन अधेड़ के खिलाफ तहरीर लिखवाई। जिसके आधार पर बुधवार की देर शाम को अधेड़ के खिलाफ थाने में बलात्कार, मारपीट, धमकी देने की धारा में केस दर्ज की। बृहस्पतिवार को पुलिस महिला को मेडिकल मुआयना के लिए भेजवा दी। वहीं आरोप है कि आरोपी को सुविधा शुल्क लेकर छोड़ दिया। इस मामले में पहले थाना प्रभारी संदीप यादव से पूछने पर उन्होने कहा कि अधेड़ के द्वारा किया गया यह कार्य बहुत घृणित है। महिला का इसने जीवन बरबाद कर दिया है लेकिन रातो रात एसओ का सुर बदल गया। अब एसओ ने कहा कि आरोपी को छोड़ दिया गया है। मेडिकल रिपोर्ट और महिला का कलम बंद बयान होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आमतौर पर पुलिस सबसे पहले कोई घटना होने पर आरोपियों की गिरफ्तारी पर दबाव बनाती है, लेकिन अहरौला पुलिस ने हाथ आए आरोपी को इतनी आसानी से छोड़ दिया यह चर्चा का विषय है। इसी मामले में बुधवार की शाम को सीओ बूढ़नपुर शीतला प्रसाद पांडेय और एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह ने थानाध्यक्ष से बात किए थे। तब एसओ ने दोनों अधिकारियों से सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी। इसके बावजूद दूसरे दिन आरोपी को छोड़ देने वाली बात हजम नहीं हो रही। उधर पुलिस की चंगुल से छूटे अधेड़ ने बताया की हमारे साथ छिनैती की घटना हुई थी, उसका कोई केस दर्ज नहीं हुआ। उक्त पड़ोसी द्वारा धमकी दी जा रही है।