
सक्रिय पशु तस्कर पर प्रो. त्रिवेणी ने घोषित किया था 25 हजार का ईनाम
बहुत ही कम समय में ज्ञानू ने सक्रिय कर लिए अपने मुखबिर
रिपोर्ट : आशीष तिवारी
आजमगढ़ : लेडी सिंघम के नाम से मशहूर प्रभारी निरीक्षक जहानागंज ज्ञानू प्रिया मंगलवार की रात साढ़े दस बजे अपराधियों की तलाश में निकली हुई थी। तभी एक फोन आते ही ज्ञानू ने अपना प्लान चेंज करते हुए मंदे बाजार पहुंची। जहाँ उन्होंने ने झपट्टा मारकर 25 हजार रुपये के ईनामी पशु तस्कर को गिरफ्तार कर जेल भेजवा दिया। तलाशी के दौरान उसके पास से एक तमंचा और कारतूस भी बरामद हुआ। इस कार्रवाई के बाद ज्ञानू प्रिया ने बदमाशों की रात की नींद उड़ाने का काम किया है। जिसके बाद प्रोफेसर ने लेडी सिंघम को शाबासी देखर हौसला बढ़ाया है।
गिरफ्तार बदमाश जहीर नट पुत्र रशीद है। वह मेंहनगर थाना क्षेत्र के फत्तेपुर गांव का निवासी है। जहीर पेशेवर पशु तस्कर है। वह गैंगेस्टर एक्ट में फरार चल रहा था। जिसकी वजह से एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने उस पर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था। उधर प्रभारी निरीक्षक ने बुधवार को गिरफ्तार जहीर को जेल भेजवा दी। साथ ही पुलिस नियम के तहत जहीर की पहले मुकदमे के बाद से अब तक कमाई गयी प्रार्टी को सरकारी घोषित कराने की कार्रवाई शुरू करने की तैयारी में जुट गयी है। उधर लेडी सिंघम के नाम से मशहूर ज्ञानू प्रिया लगातार अपने क्षेत्र में रोज कुछ नया करके जहां सुर्खियों में बनी हुई हैं। वहीं अन्य थाना प्रभारी मौन साधे हुए हैं। लोग अपनी छवि सुधारने के प्रयास में जुटे हुए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जिस समय पशु तस्कर को गिरफ्तार की तभी से सरकारी फोन घनघनाने लगा। लेकिन पुलिस के सामने किसी की नहीं चली। इससे एक बात तो स्पष्ट होता है कि क्षेत्र में बदमाश जहां भूमिगत होने की जगह तलाश रहे हैं वहीं अब पैरोकारों की दुकानदारी खत्म होती दिख रहा है।