
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार आजमगढ़ पहुंचे अजय सिंह लल्लू ने स्वीकार किया कि पिछले चुनाव में आजमगढ़ में प्रत्याशी न लड़ाने से पार्टी को नुकसान हुआ साथ ही उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी जिले की सभी दस सीटों पर लड़ेगी तथा जीत हासिल करेगी। वहीं बाहुबली नेता पर किसी भी सवाल से बचते हुए दावा किया कि उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ा बल्कि उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया।
सठियांव स्थित एक कालेज में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक विचारधारा है। हम गांधी जी और कांग्रेस के सिद्धांतों पर चलने वाले लोग है।हम उनके विचारों को लेकर जनता के बीच जाएगे औेर संगठन को प्रभावी बनाएगे। इस दौरान जनसमस्याओं का चिन्हित कर संघर्ष के जरिये उसका निस्तारण कराएंगे। कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कहीं कोई गुटबाजी नहीं है। सभी एक परिवार के सदस्य है और कांग्रेस की विचारधारा को मानने वाले है। कभी किन्हीं विषय पर मन में भिन्नता हो सकती है। आज जो देश में हालता है। हर तरफ नफरत और हिंसा हावी है। सत्य और अहिंसा को मानने वालों की भारी कमी आई है लेकिन हमें विश्वास है कि गांधी जी के सिद्धांतों को मानते हुए गांधी जी की पूजा पूरा विश्व करता है एक दिन लोग इन सिद्धांतों की तरफ लौटेंगे तथा अहिंसा और प्रेम के आधार पर देश और यूपी में नई व्यवस्था कायम होगी।
आजमगढ़ में प्रदेश के बड़े नेता अखिलेश यादव के वर्चश्व और राजनीति में निरहुआ के दखल के बाद कांग्रेस की चुनौतियों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि हम 2019 के लोकसभा चुनाव में पूरे प्रदेश में लड़े लेकिन आजमगढ़ सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारे। इसका प्रभाव पड़ा है लेकिन वर्ष 2022 में विधानसभा की सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे तथा हमे भरोसा है कि जनता हमें जीत दिलाएगी। बाहुबली रमाकांत यादव के पार्टी छोड़ने से होने वाले नुकसान के सवाल पर उन्होंने कहा कि रमाकंत ने कांग्रेस छोड़ी नहीं है बल्कि उन्हें पार्टी से निकाला गया है। कांग्रेस में संगठन और पार्टी से बड़ा कोई नहीं है। अगर कोई अनुशासन तोड़ेगा और पार्टी के सिद्धातों के खिलाफ जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। जब उनसे पूछा गया कि निष्कासन से दो दिन पहले ही रमाकांत सपा में जाने की घोषणा कर चुके थे तो उन्होंने कहा कि यह सिर्फ आपको पता होगा। हम जानते हैं कि उन्हें पार्टी से निकाला गया था। रमाकांत ने कौन सी अनुशासनहीनता की के सवाल पर अध्यक्ष कुर्सी छोडकर बाहर निकल गए। उन्होंने जवाब देने से साफ मना कर दिया।