
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : यूपी की राजनीति का केंद्र बन चुके पूर्वांचल के आजमगढ़ में अब सपा मुखिया अखिलेश यादव का आशियाना बनना तय हो गया है। कारण कि शुक्रवार को समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के नाम 4374 वर्ग मीटर भूमि का बैनामा कराया गया। भूमि बैनामे के दौरान सपा के विधायक, पूर्व मंत्री सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे। जल्द ही कार्यालय का निर्माण शुरू कराया जाएगा। सपाइयों की मानें तो अखिलेश यादव 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में इसी कार्यालय से पूरे पूर्वांचल को साधने का काम करेंगे।
बतादें कि सपा मुखिया अखिलेश यादव 13 दिसंबर 2020 को आजमगढ़ भूमि बैनामे के सिलसिले में आये थे। 14 दिसंबर को वे रजिस्ट्रार से भी मिले थे लेकिन उस समय किन्हीं कारणों से भूमि का बैनामा नहीं हो पाया था। इसके बाद खरमास माह शुरू हो गया जिसके कारण बैनामे का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था। शुक्रवार को पूर्व मंत्री बलराम यादव के नेतृत्व में पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, विधायक नफीस अहमद, बेचई सरोज सहित दर्जनभर नेता रजिस्टार कार्यालय सदर पहुंचे यहां भूमि का बैनामा कराया गया। भूमि के बैनामे के बाद साफ हो गया कि अखिलेश यादव का नया आशियाना अब अनवरगंज में होगा। खास बात है कि जिस भूमि का बैनामा हुआ है वह मंदुरी हवाई पट्टी से महज छह किलोमीटर दूरी पर है। करीब इतनी ही दूरी शहर से भी है। ऐसे में यहां आने-जाने में भी सपा सुप्रीमो को आसानी होगी। इस कार्यालय की नींव जल्द ही पड़ेगी और यह विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बनकर तैयार होगा। अखिलेश यादव यहीं से पूर्वांचल पर अपनी पकड़ और मजबूत करेंगे। पूर्वांचल के सोनभद्र, गाजीपुर, वाराणसी, जौनपुर, मऊ, बलिया, भदोही और मिर्जापुर समेत अन्य जिलों की 117 से अधिक विधानसभा सीटों को सीधे कवर करने में आसानी होगी। सपा विधायक नफीस अहमद का कहना है कि हवाई पट्टी पर निर्माण चल रहा है। यहां आने की अनुमति नहीं मिलती। अगर हवाई पट्टी सही होती तो वे सुबह में आते और शाम को लौट जाते। इसके अलावा शहर में आने पर लोगों से मिलने में दिक्कत होती है। इसलिए यहां कार्यालय बनाने का फैसला किया गया। उन्होंने बताया कि कार्यालय जल्द बनकर तैयार होगा। इसके बाद अखिलेश यादव यहां आकर रूकेंगे और यहीं से पूरे पूर्वांचल को डील करेंगे।