
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : अभी तक आप ने एटीएम क्लोनिंग कर लाखों रूपयों की ठगी करते देखा और सुना होगा,लेकिन आज हम आपको एक ऐसे हैंकर से मिलायेगें जो सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बैठे लोगों के एकाउंट को हैंक कर खाली कर देता है। इतना ही नहीं इस गैंग ने दो माह पूर्व अग्रणी स्वास्थ्य संस्थान एम्स को भी अपना निशाना बनाया और बारह करोड़ का चुना लगा दिया। इनके गैंग में बैंककर्मी भी शामिल है। आजमगढ़ पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश कर इंटरनेशल हैंकर गैंग के सरगान, बैंक कैशियर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से लैपटाप, मोबाइल फोन, हैकिंग डिवाइस और हवाई जहाज के टिकट बरामद किये है।
पुलिस की गिरफ्त में आये ये सभी देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हैंकिंग की सहायता से लोगों का करोड़ो रूपये का चूना लगा चुका है। मऊ जिले के मोहम्मदाबाद कोतवाली का रहने वाला लक्ष्मण यादव इंटरनेशनल हैंकर गैंग का सरगना है। यह बैंक से सम्बन्धित किसी भी प्रकार का फ्राड को चंद सेकेंडो में अंजाम दे देता है। ये सभी क्रेडिट, डेबिट कार्ड क्लोनिंग, डम्पिंग, कार्डिग, ओटीपी बाइपास, चेक क्लोनिंग करने का काम करते है। पुलिस की साइबर सेल और स्वाट टीम ने पांचों आरोपियों को देउरपुर पेट्रोल पम्प से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके कब्जे से डाटा एमआरएस डिवाइस, स्कीमर, लैपटाप और आधा दर्जन मोबाइल बरामद किया। गिरफ्तार आरोपियों में गोरखपुर जिले के मझगावा स्टैट बैंक आॅफ इंडिया का कैशियर भी शामिल है। जो बैंक से आन लाइन उपभोक्ताओ के डेटा को हैंकरों को लीक करता था। पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह का दावा है कि ये सभी देश ही नही बल्कि विदेशों में भी कई कम्पनियों को करोड़ो का चूना लगा चुके है। करीब दो माह पूर्व देश के सबसे स्वास्थ्य संस्थान एम्स के चेक की क्लोनिंग कर करीब बारह करोड़ रूपये का चुना लगा दिया।
वही हैंकर गैंग के सरगना लक्ष्मण यादव ने अपने आरोपों को कबूल किया। यही नहीं लक्ष्मण यादव को अपने किये पर कोई पछतावा भी नहीं है। उसका कहना है कि उसने भारत में कोई फर्जी काम नहीं किया बल्कि विदेशों के डाटा बिक रहे है, हम उसे खरिद रहे है। यहां की पुलिस से उसका कोई लेना देना नही है।