
रिपोर्ट : प्रिंस यादव
आजमगढ़ : अधिवक्ता परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा चिल्ड्रेन कालेज में आयोजित सेमिनार में 75 जनपदों के अधिवक्ता राष्ट्र और समाज से जुड़े विषयों पर मंथन करेंगे। इस दौरान राष्ट्र निर्माण में अधिवक्ताओं की भूमिका, बार बेंच के बीच समन्वय पर मंथन किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह ने अधिवक्ताओं को साइबर क्राइम के बारे में जानकारी दी।
परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनायक दीक्षित ने कहा कि अधिवक्ताओं ने हमेशा से समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारा उद्देश्य अधिवक्ताओं की एक ऐसी पीढ़ी तैयार करना है जो निष्ठा और ईमानदारी के साथ बार बेंच के बीच सामजस्य बनाकर आम आदमी और देश के हित में काम करे। अगर अदालत में मुकदमों की संख्या अधिक है तो फास्ट ट्रैक कोर्ट का प्रोवीजन भी है। हम अधिवक्ताअेां की जिम्मेदारी है कि त्वरित न्याय व गुणवत्तापूर्ण न्याय दिलाने का प्रयास करें।
परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक बाबू लालबहादुर सिंह एडवोकेट ने कहा कि अधिकवक्ता हमेंशा से निर्माण का कार्य किया है। समाज और देश के निर्माण में हमेशा से अधिवक्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता में सेवा का भाव होना चाहिए। अधिवक्ताओं के चरित्र निर्माण, उनमे सेवा भाव उत्पन्न करने के लिए सांस्कृतिक आधार पर अधिवक्ता परिषद का निर्माण किया गया है। आज यह देश का सबसे बड़ा अधिवक्ता संगठन है। नए अधिवक्ताओं की शिक्षा दिक्षा कैसी हो वे कैसे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करे इन्हीं सारी चीजों पर मंथन के लिए इस सेमीनार का आयोजन किया गया है।
पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने कहा कि जो आज के युवा अधिवक्ता है उन्हें साइवर क्राइम की तरफ जाना चाहिए। आज साइबर अपराध तेजी से बढ़ा है। इस क्षेत्र में प्रैक्टिस की अपार संभावना है। उन्होंने युवा अधिवक्ताओं को अध्ययन का सुझाव दिया। इस दौरान राष्ट्रीय मंत्री सत्यप्रकाश राय, अपर महाधिवक्ता उप्र श्रीकृष्ण पहल, जिलाध्यक्ष विजयबहादुर सिंह, महामंत्री विनय मिश्र, बजरंग त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।