
आजमगढ़ : यौंन उत्पीड़न संबधित घटनाओं में नाबालिगों को त्वरित न्याय मिले इसके लिए बड़ी पहल हुई है। इसके लिए दीवानी न्यायालय परिसर में पास्कों कोर्ट का गठन किया गया है। माना जा रहा है कि इस कोर्ट के अस्तित्व में आने से माना जा रहा है कि लंबित पड़े यौन उत्पीड़न में त्वरित गति से निस्तारण होगा। इसके लिए जज की भी नियुक्ति कर दी गयी है।
आजमगढ़ जिले में बच्चों के शोषण के बढ़ते और लंबित होते मामले को देखते हुए हाईकोर्ट ने सराहनीय पहल की है। जिले में पास्को कोर्ट के गठन से जनपद में लंबित पड़े 583 मामलों का अब त्वरित गति से निस्तारण होगा। इसके लिए हाईकोर्ट ने पास्कों कोर्ट के लिए पारूल अत्री को जज नियुक्त किया है । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पास्को से संबन्धित मामलों के ट्रायल में देरी हो रही थी। इसके लिए हाइकोर्ट ने पास्को कोर्ट का गठन किया। इसके गठन से इस तरह के मामलो की सुनावाई त्वरित गति से होगी।
जेडी अभियोजन का कहना है कि जिले में काफी लम्बे अरसे से पास्को कोर्ट का गठन नहीं हुआ था। हाईकोर्ट ने पास्को कोर्ट के गठन के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इससे जिले में 583 पास्को के मामलों की तेजी के साथ सुनवाई होगी। और लोगों को जल्द ही न्याय मिलेगा।