KHABRI LAL : ऑपरेशन सील ! प्रोफेसर के जाल से बचना मुश्किल ही नहीं,नामुमकिन है

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आशीष तिवारी (संपादक)

पूरा जिला सील करने के लिए तय हुआ 153 स्पाट

सूचना मिलने पर तीन मिनट में पहुंच जाएगी पुलिस

आजमगढ़ : जिले में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर आसानी से फरार होने वाले बदमाशों की अब खैर नही है। पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने एसपी क्राइम,सीओ क्राइम, स्वाट टीम व सर्विलांस टीम के नेतृत्व में ‘आपरेशन सील’ नाम से एक टीम गठित की है। इस टीम के लोग घटना को अंजाम देकर भाग रहे अपराधी का लोकेशन ट्रेस करके उस इलाके को तीन मिनट के अंदर सील कर देंगे और अपराधी जिले से बाहर नही भाग पायेगा।

पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि बदमाश घटना को अंजाम देकर दूसरे थाना क्षेत्र में या जिले के बाहर चले जाते है जिससे बदमाशों की पहचान करने में परेशानी होती है और उनको पकड़ना थोड़ा मुश्किल हो जाता है और बदमाश फिर उस क्षेत्र में घटनाओं को अंजाम देते है। जिसे देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने आपरेशन सील की शुरूआत की है। इसमें जिले के कुल 153 मुख्य मार्ग की चिन्हित की गई है। जहां से न केवल एक थाने से दूसरे थाने की सीमाएं सील की जा सकती हैं, बल्कि इसके जरिए पूरे जिले को एक साथ सील किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक थाना क्षेत्रों में इस तरह के जगह का चयन किया गया है। रिस्पांस टाइम चेक करने पर पहुंचने की दूरी भी करीब तीन मिनट की आ रही है। इन प्रत्येक चिन्हित स्थानों पर संबंधित थाने की पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें पीआरबी की गाड़ी और बाइक दोनों के अलावा कोबरा टीम को भी शामिल किया गया है। कुछ लिंक मार्ग हैं। जहां पर पीआरबी की गाड़ियां तैनात ही रहती हैं। इसके तहत कुल 153 पुलिस के रिकार्ड में है। आपरेशन सील की ड्यूटी करने वाले सभी पुलिसवालों को अत्याधुनिक असलहे दिए गए हैं। जिनका उपयोग वह कार्रवाई के दौरान कर सकते हैं। एसपी ने बताया कि इस काम के लिए चार टीमो का गठन किया गया है जिसकी कमान एसपी क्राइम सुधीर जायसवाल,सीओ क्राइम मो0 अकमल खां, स्वाट टीम व सर्विसलांस को सौंपी गयी है।

बदमाशों की भाषा में जवाब देगी पुलिस

आजमगढ़ : एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि आमतौर पर बदमाश घटना को अंजाम देते समय घातक हथियारों का प्रयोग करते हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए आपरेशन सील के तहत जिन पुलिसवालों की ड्यूटी लगाई गई है। वे सभी अत्याधुनिक हथियारों से लैस रहेंगे। इन पुलिसवालों को बदमाशों की भाषा में ही जवाब देने का निर्देष दिया गया है। बदमाश यदि गोली चलाता है तो पुलिस भी चुप नहीं बैठेगी। उनका इन्हीं की भाषा में जवाब देगी।