
आजमगढ़ जिले में पिछले सप्ताह बदमाशों ने जहां एक के बाद एक ताबड़तोड़ लूट की घटनाओं को अंजाम देकर जिले की पुलिस को खुली चुनौती दी थी तो वहीं जिले के पुलिस कप्तान ने बदमाशों के इस दुस्साहस का जवाब उन्ही के अंदाज में देकर 24 घंटे में ताबड़तोड़ तीन मुठभेड़ कर बदमाशों के हौसले को पूरी तरह पस्त कर दिया है। आज देर शाम देवगांव कोतवाली क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बिच हुई मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी बदमाश जिउत राजभर घायल हो गया जबकि उसके दो साथी मौके से फरार हो गये। घायल बदमाश भी पंकज सिंह के गैंग का शातिर अपराधी है ।
देवगांव, गंभीरपुर और बरदह थाने की पुलिस वाहनों की चेंकिंग कर रही थी। इसी दौरान देवगांव कोतवाली क्षेत्र में एक वाहन पर सवार तीन व्यक्तियों को रोकने का इशारा किया तो वे रूकने के बजाय पुलिस टीम फायरिंग कर भागने लगे। जिसके बाद पुलिस ने बदमाशों का पीछा किया। कलीचाबाद गांव के समीप मोड़ पर बदमाशों की बाइक अनियंत्रित होकर पलट गयी। बाइक पर सवार तीनों बदमाश नीचे गिरने के बाद भी पुलिस टीम पर फायरिंग करते रहे। जिसके बाद पुलिस की जबावी कार्रवाई में एक बदमाश घायल हो गया। जबकि दो बदमाश कोहरे फायदा उठाकर फरार हो गये। घायल बदमाश की पहचान मेंहनगर थाना क्षेत्र के दुहूरू गांव निवासी 25 हजार के इनामी अपराधी जिउत राजभर रूप में हुई। पुलिस ने इसके कब्जे से तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घायल बदमाश भी पंकज सिंह गैंग का शातिर बदमाश है । इसके उपर भी आजमगढ़ और गाजीपुर में कई मुकदमें दर्ज है । इससे पहले पुलिस ने मुठभेड़ में शनिवार को लुटेरे गैंग के सरगना पचास हजार का इनामी पंकज सिंह घायल हो गया था। जबकि उसका एक साथी पकड़ा गया था। वही रविवार की सुबह पंकज सिंह के दाहिने हाथ विनोद राजभर को पुलिस ने मुठभेड़ में घायल कर दिया जबकि उसके दो साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के इस जवाबी कार्यवाई से बदमाश पनाह मांगते दिख रहे हैं। अबतक पुलिस मुठभेड़ में जहां तीन बदमाश गोली लगने से घायल हुए हैं वहीं गैंग के 4 शातिर बदमाश पुलिस के सामने घुटने टेक चुके हैं।