
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आज़मगढ़ : जिल के बहुचर्चित दूल्हा हत्याकांड के मुख्य आरोपी 50 हजार के इनामी मुलायम सोनकर ने पुलिस कि व्यवस्था को धता बता कर न्यायालय मे आत्म समर्पण कर दिया और पुलिस हाथ मलती रह गई। करीब 4 माह से पुलिस मुख्य आरोपियों की तलाश में देश से लेकर विदेश तक ताबड़तोड़़ छापेमारी कर रही थी लेकिन मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर रहा, जबकि हत्याकांड की साजिश में आरोपित कथित पत्रकार समेत दस लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बावजूद इसके मुख्य आरोपी पुलिस को छकाते रहे और जैसे ही पुलिस नरम पड़ी मुख्य आरोपियों ने कोर्ट में समर्पण कर दिया।
4 फरवरी 2020 को बारात लेकर दुल्हन के घर जा रहे दूल्हे की देवगांव कोतवाली क्षेत्र के मसीरपुर तिराहे पर दूल्हे सुजीत की कार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड से सभी लोग सहम गए थे। एसपी ने हत्या को चुनौती के रूप में स्वीकार कर हत्यारों की गिरफ्तारी के लिये आधा दर्जन टीमों का गठन किया था। लेकिन मुख्य आरोपियों के हाथ लगता न देख पुलिस ने शरणदाताओं पर शिकंजा कस कथित पत्रकार समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजे दिया। मुख्य आरोपियो की तलाश में पुलिस देश के साथ ही नेपाल में भी छापेमारी की लेकिन हत्यारोपीओ ने पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए थे। जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी मुलायम सोनकर के खिलाफ 50 हज़ार का इनाम घोषित कर दिया। बावजूद इसके जब मुख्य आरोपी हत्थे नही चढ़े तो करीब 5 माह बाद पुलिस भी शिथिल पड़ गयी। पुलिस के शिथिल पड़ने की जानकारी के बाद पहले 3 जून को हत्या में शामिल 50 हजार का इनामी कमर ने कोर्ट में समर्पण किया। इसके बाद मुख्य आरोपी 50 हज़ार के इनामी मुलायम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनपद आगमन के समय ही कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। दूल्हा हत्याकांड के मुख्य आरोपियों के आत्मसमर्पण के बाद अब पुलिस पर सवाल भी उठने शुरू हो गए है। वही इस मामले में पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह का कहना है कि पुलिस लगातार हत्यारोपियों की गिरफ्तारी का दबाव बना रही थी। और शरण देने वालों पर भी कठोर कार्रवाई किया गया। जिसके बाद पुलिस के दबाव में मुलायम सरेंडर किया है।