
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : यूपी कांग्रेस की बागडोर संभालने के बाद पहली बार आजमगढ़ पहुंचे अजय सिंह लल्लू ने पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को नसीहतें तो खूब दी लेकिन बाहुबली रमाकांत का नाम आने पर तिलमिला उठे। मीडिया द्वारा बाहुबली को लेकर पूछे गए सवालों का अध्यक्ष को जवाब नहीं सूझा तो कुर्सी छोड़कर खड़े हो गए और काफिले से साथ मऊ की तरफ चल पड़े।
बता दें कि अजय सिंह लल्लू कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार मऊ के दौरे पर जा रहे थे। आजमगढ़ के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग और आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए वे सठियांव बाजार के पास स्थित पार्टी नेता के स्कूल पर कुछ समय के लिए रूके। इस दौरान उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ संगठन और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की। चर्चा के बाद मीडिया से मुखातिब हुए तो पूर्व सीएम अखिलेश यादव, बीजेपी लीडर फिल्म अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ और आजमगढ़ पर पार्टी की रणनीति पर खूब बात की लेकिन जब सवाल बाहुबली का आया तो अध्यक्ष असहज नजर आये।
उन्होंने दावा किया कि रमाकांत यादव को अनुशासन हीनता में पार्टी से छह साल के लिए निकाला गया लेकिन जब लोगों ने पूछा कि निष्कासन चार अक्टूबर को किया गया और रमाकांत यादव 2 अक्टबूर को ही सपा में जाने की घोषणा कर चुके थे। इस पर प्रदेश अध्यक्ष भड़क गए और कहा कि यह सिर्फ आप लोगों को पता होगा हमें तो सिर्फ इतनी जानकारी है कि रमाकांत यादव पार्टी से निकाले गए। जब उनसे पूछा गया कि रमाकांत ने कौन सी अनुशासनहीनता की थी तो अध्यक्ष कुर्सी छोड़कर यह यह कहते हुए सड़क की तरफ चल दिये कि यह क्या है। यहीं नहीं पार्टी के अन्य नेताओं को भी रमाकांत पर सवाल रास नहीं आया।
बता दें कि पार्टी कांग्रेस का अस्तित्व बचाने ने लिए संगठन में लगातार बदलाव कर रही है। पार्टी ने जिस तरह रमाकांत को गले लगाया था और भदोही से टिकट दिया था उसे भरोसा था कि रमाकांत यादव हारने के बाद भी पार्टी में रहकर संगठन से यादवों को जोड़ने का काम करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और रमाकांत यादव ने चुनाव के कुछ दिन बाद ही पार्टी के मंसूबों पर पानी फेरते हुए सपा की साइकिल पर सवार हो गए।