
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आज़मगढ़ : पीसीएस-2018 के परीक्षा परिणाम में पहली ही बार लालगंज तहसील के नरसिंहपुर गांव के मृत्युंजय सिंह ने बाजी मार ली। उनका चयन असिंस्टेंट कमीश्नर कार्मिशियल के पद पर हुआ है। चयन होने के बाद शहर से लेकर गांव के लोगों में खुशी का महौल है। इस बीच ख़बरी लाल से बातचीत के दौरान मृत्युंजय भावुक हो उठे और अपने पिता की मृत्यु के बाद अपने मां और गुरूजनों को अपनी कामयाबी का श्रेय देते हुए उनका आर्शिवाद लिया।
आजमगढ़ जिले के लालगंज तहसील के नरसिंहपुर गांव निवासी मृत्युंजय सिंह की प्राथमिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय नरसिंहपुर, उच्च शिक्षा सराय से ली। हाईस्कूल की शिक्षा लहुआकला, इंटरमीडिएट और स्नातक व परास्नातक की शिक्षा गणेश शंकर महाविद्यालय कर्रा डोभी जौनपुर से ली। जब महामृत्युंजय स्नातक की पढाई कर रहे थे तो इनके पिता मानसिंह की मृत्यु हो गयी। जिससे इनके सामने आर्थिक संकट भी आया। लेकिन ये अपना लक्ष्य निर्धारित कर चुके थे। मेहनत और लगन के साथ शिक्षा ग्रहण करने के बाद इन्होने भूगोल से चार बार यूजीसी नेट क्वालिफाई किया। वर्ष 2017 में पहली बार आईएएस की परीक्षा दी लेकिन इंटरव्यू में उत्र्तीण नहीं हो सके। लेकिन इन्होने हार नहीं मानी और वर्ष 2018 में पीसीएस की परीक्षा दी। पहली बार ही इन्होने परीक्षा को उत्र्तीण कर लिया। उनका चयन असिंस्टेंट कमीश्नर कार्मशियल पद पर हुआ है। इसकी जानकारी के बाद पूरे क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। उनके घर पर शुभचिंतको का ताता लगा हुआ है। इस बीच समाजसेवी नित्यानंद सिंह नितालू, कमलेश सिंह प्रधान, दुर्गविजय सिंह, मनीष सिंह कबूतरा, और दीपक सिंह और अन्य लोगों के साथ महामृत्युंज का फूल मालाओं के साथ स्वागत किये और मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। इस दौरान समाजसेवी नित्यानंद ने कहा कि हमारे छोटे भाई ना सिर्फ ना सिर्फ हमारे गांव का नाम रोशन किया बल्कि पूरे जिले का नाम एक बार फिर पटल पर स्थापित हुआ है।