
रिपोर्ट : रोशन मिश्रा
वाराणसी जिले में शिक्षा विभाग के आशिक मिजाज अधिकारी की एक करतूत सामने आयी है। जहां वह शिक्षिकाओं को काम से मिलने के लिए दफ्तर बुलाता था और देर साम तक उन्हें रोके रखता था बाद में अकेले में बुलाकर छेड़खानी की घटना को अंजाम देता था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस मुकदमा दर्ज़ कर मामले की जांच में जुट गयी है।
वाराणसी जिले के चिरईगांव खंड शिक्षा अधिकारी रवीशंकर यादव पर आरोप है कि प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर वि.क्षे चिरईगांव में कार्यरत महिला शिक्षिका को ब्लॉक संसाधन केंद्र आशापुर में यह कहकर बुलाया कि वह लाग बुक की जांच करेंगे शिक्षिका का कहना है कि वह 3:30 बजे बीआरसी पहुंची और लाग बुक उन्हें दिखाया बावजूद इसके उसे शाम 5:00 बजे तक ऑफिस में रोके रखा गया। शाम 5:15 बजे सभी कर्मचारी चले गए तो उन्होंने लाग बुक लिया और बिना अवलोकनकिये मेरी ओर गलत नजरों से देखने लगे इस दौरान कई बार मेरी तरफ बढ़े और अनर्गल और बेखुदी बातें करने लगे। शिक्षिका ने बताया कि एबीएसए ने ऐसा वार्तालाप और व्यवहार किया जिसे बताया नहीं जा सकता मैंने पुलिस को दिए प्रार्थना पत्र में इन बातों का उल्लेख नहीं किया है क्योंकि उसे लिख पाना शर्म की बात है। उनका यह व्यवहार एक महिला की गरिमा को शर्मसार करता है। महिला शिक्षिका का आरोप है कि यह कोई नई बात नहीं है इस तरह का व्यवहार वह अन्य महिला शिक्षिकाओं के साथ कर चुके हैं घटना की शिक्षिका ने सारनाथ थाने में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस प्रशासन से एबीएसए के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर जब इस मामले में एबीएसए का पक्ष जानने की कोशिश के लिए जब उनके मोबाइल पर फोन किया गया तो उनका कोई जवाब नहीं आया और फोन कट कर दिए। फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपी एबीएसए के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच कर रही है अब देखना यह होगा कि आशिक मिजाज एबीएसए पर क्या कार्रवाई होती है।