KHABRI LAL : फेरों के बाद हुई हेरा-फेरी,सात फेरे लेने वाली पत्नी के चक्कर में फसा मासूम पति

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रिपोर्ट : रोशन मिश्रा

वाराणसी : शतिर दिमाग जब काम करता है तो अच्छे-अच्छे दिमागदार भी गच्चा खा जाते हैं। उसमें भी अगर कोई अपना है तो बच पाना मुश्किल होता है। ताजा मामला जिले के सिगरा थाना क्षेत्र का है जहां फ़र्ज़ी कंपनी खोलकर मुंबई के व्यवसायी से चार करोड़ 31 लाख रुपये हड़पने के आरोप में सिगरा पुलिस ने वाराणसी बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुज कुमार डिडवानिया और सचिव अनिल सिंह समेत 10 लोगों के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज किया है। हैरत करने वाली बात यह है कि आरोपितों में शिकायतकर्ता की पत्नी का भी नाम शामिल है। यह मुकदमा आईजी रेंज विजय सिंह मीना के निर्देश पर दर्ज किया गया।

आरोप है कि शिकायतकर्ता की पत्नी की मदद से रुपये का निवेश कराया गया। बताया गया कि वह कपंनी में 50 फीसदी का शेयर होल्डर और डायरेक्टर रहेगा। बाद में धोखाधड़ी कर उसे हटा दिया गया,रुपये भी नहीं लौटाये गये। रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी दी गई। तहरीर के अनुसार मुंबई के गोरगांव निवासी राहुल गोयनका की महमूरगंज में बिरदोपुर के एन.एन बाजोरिया की बेटी प्रीति से 30 अप्रैल 2011 को शादी हुई थी। इसी दौरान बाजोरिया ने राहुल को अपने रिश्तेदार अजय केजरीवाल व अनिल सिंह से मिलवाया। बताया कि ये मलदहिया स्थित नील कॉटेज में शेप अर्थ इंफ्रा वेंचर्स कंपनी के संचालक हैं। राहुल को बताया गया कि 50 फीसदी निवेश करने पर शेष अर्थ इंफ्रा में शेयर होल्डर और डायरेक्टर बन सकते हो। इस पर राहुल ने अपने चचेरे दादा से 8.90 करोड़ रुपये सिगरा स्थित ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स में पत्नी के साथ संयुक्त खाते में स्थानांतरित कराये। पत्नी ने खाते में प्रथम नाम अपना डलवाया था। उक्त कंपनी में 14 सितंबर 2012 से लेकर 2015 के बीच पत्नी ने चार करोड़ 31 लाख रुपये स्थानांतरित किये। इसके बावजूद राहुल को कंपनी से नहीं जोड़ा गया। राहुल ने अनिल व अजय से बात की तो उन्होंने बताया कि अब कंपनी के डायरेक्टर अनुज कुमार डिडवानिया, अतुल कुमार डिडवानिया और उमाशंकर पोद्दार हैं।

राहुल ने उक्त तीनों से रुपये की मांग की तो उन्होंने बताया कि धनराशि के बदले 13 फ्लैट मिलेंगे। चार माह में वीडीए से नक्शा पास नहीं हुआ तो 12 फीसदी व्याज के साथ रुपये मिलेंगे। बाद में फर्जी हस्ताक्षर कर एग्रीमेंट कैंसल करा लिया गया। इसकी जानकारी होने पर राहुल वर्ष-2016 में अनुज डिडवानिया, अतुल डिडवानिया व उमाशंकर पोद्दार से मिला। अगले साल पता चला कि कंपनी में मनीष कुमार सरावगी, संजीव कुमार सरावगी और आशीष पोद्दार शेयर होल्डर हैं। राहुल को यह भी बताया गया कि संयुक्त खाते में सह खातेदार पत्नी ने कंपनी को पत्र लिखकर रुपये न लौटाने के लिए कहा है।

राहुल ने कहा कि 31 मार्च 2019 तक उनकी ओर से निवेश की गई धनराशि ब्याज समेत आठ करोड़ 80 लाख रुपये हो चुकी है, जिसे उक्त सभी ने हड़प लिया है। सिगरा पुलिस ने सीए सुशील कुमार कंडोई और उमाशंकर पोद्दार पर भी मुकदमा दर्ज किया है।