
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : वर्षो से बिजली चोरी का खुलासा होने व कनेक्शन कटने के बाद कांग्रेस तिलमिलाई हुई है। कांग्रेस के नव निर्वाचित अध्यक्ष ने जहां चोरी के मामले को पूर्व जिलाध्यक्षों पर मढ़ दिया वहीं बिजली विभाग पर ही भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आंदोलन की बात कही। यहीं नहीं उन्होंने योगी सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया। उन्होंने साफ कहा कि अगर सरकार संवेदनशील होती तो विभाग के भ्रष्टाचार को समाप्त करने पर काम करती न कि सांसद व विधायकों के घर में प्रीपेड मीटर लगवाकर वाहवाही लूटने की कोशिश करती।
बता दें कि कांग्रेस के लोग पिछले दो दशक से अधिक समय से नगरपालिका स्थित पार्टी के जिला कार्यालय में कटिया कनेक्शन से विधुत का उपभोग कर रहे थे। हाल में कटिया कनेक्शन को विधुत विभाग ने काट दिया। इसके बाद से ही कांग्रेस कार्यालय अंधेरे में डूबा हुआ है। विधुत विभाग कांग्रेस को विधुत चोरी के मामले में नोटिस जारी कर रहा है। कनेक्शन का अभिलेख न मिलने पर इनके खिलाफ एफआईआर व रिकवरी की कार्रवाई हो सकती है।
विधुत विभाग की इस कार्रवाई से कांग्रेस तिलमिलाई हुई है। कारण कि पिछले बीस साल में विभाग ने कभी भी इस तरह की कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटाई। विधुत चोरी के मामले में हो रही चैतरफा किरकिरी से परेशान कांग्रेस ने अब बिजली विभाग के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह ने कहा कि कभी बिजली विभाग के वर्कशाप में जाकर देखिए। यहां ट्रांसफार्मर बदला जाता है। मौके पर देखेंगे तो सत्तर प्रतिशत तक तेल गायब रहता है। तेल गिरने की न तो जांच होती है और ना ही आडिट। यह एक बड़ा घोटाला है। कांग्रेस इसपर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि बिजली बिल के कई प्रमाण हमारे पास हैं जो बिल देना चाहता है उसकी बिल समय से आती नहीं और अगर आती है तो पूरी तरह फाल्स होती है। जब आदमी जमा करने जाता है और अधिक बिल का विरोध करता है तो अधिकारी करते हैं कि ठीक हो जाएगा। बढ़ने दीजिए। जब बिल बढ़ जाती है तो पीडी कर भ्रष्टाचार किया जाता है। अगर सरकार ईमानदारी और भ्रष्टाचार के प्रति गंभीर होती तो आम आदमी से जुड़े इन मुद्दों पर ध्यान देती लेकिन सरकार मंत्री और विधायकों का कनेक्शन विच्छेद कर प्रीपेड करने की घोषणा कर खुद को ईमानदार साबित करने की कोशिश नहीं करती। कांग्रेस की विधुत चोरी पर उन्होंने कहा कि मैं अभी एक हफ्ते पहले अध्यक्ष बना हूं। जहां तक मुझे पता है पहले यह कार्यालय पहले एक व्यक्ति के नाम पर था। बाद में कांग्रेस के नाम पर एलाट हुआ। इसके बाद जो अध्यक्ष बने उन्होंने ध्यान नहीं दिया। मैं बस इतना कह सकता हूं कि अब यहां बिजली का उपयोग नहीं हो रहा है दो चार दिन में कनेक्शन लेने के बाद ही बिजली का उपयोग करेंगें।