तीन तालाबों से करीब दो सौ एकड़ खेतों को मिला पानी
मनरेगा, डीएमएफ और जन भागीदारी से बनाए गए अमृत तालाबों के फेल होने की खबरों के बीच कुछ ऐसी भी पंचायतें जिनके अंदर सफल संरचनाओं का निर्माण हुआ। ऐसी ही एक ग्राम पंचायत नागौद विकासखंड की दुर्गापुर है। इस पंचायत में कुल छह तालाबों का निर्माण किया गया, लेकिन तीन ऐसे तालाब हैं जो किसानों की फसलों को पानी दे पाने में सहायक साबित हो रहे हैंं। यह अलग बात है कि ये तालाब 12 मासी नहीं हैं, लेकिन किसानों के लिए फिलहाल ये जरूरत के वक्त वरदान साबित हो रहे हैं। तालाबों से किसानों को अब तक पलेवा और फसल की सिंचाई का पहला पानी मिल चुका है। कुल मिलाकर देखा जाए तो आने वाले समय में एक पानी प्राप्त होने की संभावना है।

जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत दुर्गापुर में सेमरहा तालाब, नवीन तालाब (राजकुमार के खेत के पास) और अमृत सरोवर दुर्गापुर अमुहाई के पास पिछले सालों में निर्माण कराया गया था। पंचायत से मिली खबर के अनुसार करीब दो सौ एकड़ से अधिक भू-भाग की सिंचाई कर पाने में यह तालाब सहायक साबित हो रहे हैं।
फैक्ट
तालाब का नाम- सिंचाई का रकवा
सेमरहा दुर्गापुर- 40 हेक्टेयर
नवीन तालाब- 70 एकड़
दुर्गापुर अमुहाई- 50 एकड़
क्या कहते हैं किसान
अमृत सरोवर के तालाब बनने के बाद अपना खेत आसानी से सींच पा रहा हूं। पहले ऐसी फसल बोनी पड़ती थी जिसमें पानी न देना पड़े, लेकिन अब सभी तरह की फसल उगा सकता हूं।
रजोला, किसान दुर्गापुर
बिना पानी की खेती करना बेहद मुश्किल हो रहा था। उम्मीद है कि इस साल काफी अच्छी फसल तैयार होगी। समय पर पानी मिला। अब बस बिजली का ही इंतजार करना पड़ता है।
जलवा, किसान दुर्गापुर
गरीब किसानों ने कभी इस बात की कल्पना भी नहीं थी कि वह अपने संसाधनों से खेतों में पानी लगा पाएंगे, लेकिन अमृत सरोवर बनने के बाद यह सपना साकार हो गया।
रमेश किसान कुडिया
पिछले कई दशकों से खेती ही कर रहे हैं, लेकिन इस सीजन पहली बार पानी की सुविधा मिली। हम सभी किसान बेहद खुश हैं। बस बरसात अच्छी हो भगवान से यही प्रार्थना है।
मुखिया सिंह, किसान कुडिया