KHABRI LAL : सपा के पूर्व मंत्री ने भगवान विश्वकर्मा के अवकाश को लेकर सरकार को घेरा

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रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय

आजमगढ़ : वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव के तैयारी में जुटे राजनीतिक दल अब धार्मिक घेरेबंदी शुरू कर कर दिये है। समाजवादी पार्टी अब भगवान विश्वकर्मा के बहाने बीजेपी के वोट बैंक को साधने का प्रयास शुरू कर दी है। योगी सरकार पर विश्वकर्मा जी के अपमान का आरोप लगाते हुए आज सपा से जुड़े विश्वकर्मा सामाज के नेताओं ने जिलाधिकारी से मिलकर राष्ट्रपति, राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और 17 सितंबर को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की।

पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा के नेतृत्व में अखिल भारतीय विश्वकर्मा समाज के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा केवल विश्वकर्मा समाज के ही नहीं बल्कि सभी समाज के आराध्य देव है। लोहा, लकड़ी, इंजीनियरिंग, तकनीकी उद्योग आदि से जुड़े लोग 17 सिंतबंर को भगवान विश्वकर्मा की पूजा करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने वर्ष 2003 में विश्वकर्मा जंयती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था। 2012 में अखिलेश यादव सीएम बने तो उन्होंने विश्वकर्मा पूजा को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया लेकिन वर्ष 2017 में यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सार्वजनिक अवकाश का रद्द कर दिया। सीएम द्वारा भगवान विश्वकर्मा का अपमान किया गया। बीजेपी सरकार ने भगवान विश्वकर्मा को मानने वाले करोड़ो लोगों की भावनाओं को आहत किया। इससे लोगों में नाराजगी हे। हमारी सरकार व राष्ट्रपति से मांग है कि विश्वकर्मा पूजा का सार्वजनिक अवकाश घोषित कर विश्वकर्मा को मानने वालो का सम्मान करने का काम करें।