
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : बसपा मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के करीबी व उनके भाई आनंद के विजनेश पार्टनर बसपा विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली पर उन्हीं की कंपनी में काम करने वाली कर्मचारी ने दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया है। पीड़ित युवती का दावा है कि विधायक संस्था में काम करने वाली अन्य महिलाओं का भी शारीरिक शोषण करता है। यहीं नहीं युवती की माने तो विधायक करोड़ों की संपत्ति की लाखों में रजिस्ट्री कराकर सरकार को टैक्स के रूप में भारी चूना लगा रहा है। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने विधायक व कंपनी के दो कर्मचारियों पर छेड़खानी व धमकी देने का मामला दर्ज कर जांच में जुट गयी है।
बता दें कि बसपा विधायक शाहआलम उर्फ गुड्डू जमाली की पूर्वांचल प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमटेड नाम से कंपनी है। जिसका मुख्यालय गोमतीनगर लखनऊ में स्थित है। पीड़िता के मुताबिक वह 2019 में कंपनी में सेल्स एंव मार्केटिंग मैनेजर पद के लिए इन्टरव्यु के लिए गयी थी। खुद शाहआलम ने उसका इंटरव्यु लिया। इसके तीन चार दिन बाद ही शाह आलम उसके ह्वाट्सएप पर काल करने लगा और पर्सनल सेक्रेटरी का पद आफर किया। जब उसने मना कर दिया तो मई 2019 में पूर्वांचल किग्स कोर्ट आफिस में डिप्टी मैनेजर पद पर ज्वाइनिंग दी गयी। इसके बाद शाह आलम उसे काल कर पर्सनल बातें करने लगा। उसने कहा कि मैं अपनी वर्क रिपोर्ट उसे ही दू ना कि एजीएम अक्षित कपूर को। इसी बीच एक दिन शाह आलम सेल्स आफिस पहुंच गया और सभी स्टाफ की रिपोर्ट लेने लगा। फिर वह चला गया। उसी दिन उसका काल आया कि बहुत जरूरी बात करनी है बंगले पर आ जाओ। जब वह बंगले पर गयी तो वहां काम करने वाले मुन्ना ने उसे उपर पहुंचा दिया। कुछ देर बार शाह आलम वहां पहुंचा और उसके साथ अश्लील हरकत करने लगा। उसने जबरदस्ती ब्लेजर तक उतारने की कोशिश की। जब उसने उसे धक्का दे दिया और पुलिस से शिकायत की बात कही तो शाहआलम ने आश्वस्त किया कि अब कभी इस तरह की हरकत नहीं करेगा। पहले तो उसने सोचा काम छोड़ देगी लेकिन शाह आलम की सच्चाई जानने के लिए उसने काम नहीं छोड़ा।
इस दौरान उसने पाया कि वह अपने यहां काम करने वाली लड़कियों की मजबूरी का फायदा उठाता है और पैसे की लालच देकर उनका शारीरिक शोषण करता है। उसने एक नाबालिग को भी अपना शिकार बनाया। उसने जब शाहआलम की पूर्व सेक्रेटरी से बात की तो उसने भी कई राज खोले। डिप्टी मैनेजर पद पर काम करते हुए उसे पता चला कि शाहआलम 1.40 करोड़ और डेढ़ करोड़ तक के प्लैट की रजिस्ट्री 70 से 80 लाख में कराकर टैक्स की भी चोरी करता है। वह अवैध ट्रांजेक्शन के हिसाब भी आफिस में नहीं रखता है। 29 दिसंबर को उसने शाह आलम के फोन पर क्लाइंट से बात करने का मैसेज छोड़ा तो उसने कहा कि काम वाम तो चलता रहता है अब तुम पुरानी हो गयी हो। फिर उसने फिर उसे अपने झांसे में फंसाने की कोशिश की तथा पर्सनल रिलेशनसिप का दबाव डाला। जब उसने मना किया तो शाह आलम ने 06 जनवरी 2020 को एचआर सुमिता को कन्वेंस करने के लिए भेजा। सुमिता ने कहा कि काम करना है तो बास की बात माननी पड़ती है। जब उसने मना कर दिया तो शाह आलम ने फोन कर धकमी देनी शुरू कर दी। इसे बाद उसने 13 जनवरी को सीओ संतोष कुमार सिंह से मौखिक तथा 13 जनवरी को लिखित शिकायत की। इससे नाराज होकर शाह आलम ने 14 जनवरी को सेवा समाप्ती का लेटर भेजवा दिया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता के मुताबिक उसकी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक शाह आलम के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है।