
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : कभी अंडरवर्ड, तो कभी बाटला हाउस एनकाउंटर या आतंकवाल को लेकर सुर्खियों में रहने वाला आजमगढ़ जिला इन दिनों साइबर अपराध का हब बना हुआ है। जहां जामतारा से ट्रेन्ड होकर निकले अपराधी अलग-अलग तरीको से साईबर क्राइम कर रहे है। इस बार इनके निशाने पर एक शिक्षक का बेटा चढ़ा जिसे पब्जी व फ्री फायर गेम में हैकिंग के नाम पर ना सिर्फ 8 लाख रूपये की ठगी कर लिया। बिलरियागंज थाने की पुलिस बड़ी मुश्किल से आरोपी का लोकेशन लेकर आगरा में दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजवा दी। मामले की और गहनता से जांच करने में जुटी हुई है।
आजमगढ़ में ऑनलाइन गेम का नशा एक छात्र पर ऐसा चढ़ा की उसने अपने पिता के अकॉउंट से 8 लाख रूपये ही उड़ा दिया। उसका मकसद ना बल्कि गेम खेलाना था बल्कि गेम की दुनिया का बादशाह बनना था। इन सभी गेम को खेलने के लिए छात्रों को काफी मेहनत करनी पड़ती है और सफलता मिलना थोड़ा मुश्किल होता है। ऑनलाइन गेम के जरिए एक दूसरे से ऑनलाइन जोड़कर लोग गेम खेलते हैं जिसके बाद हार मिलने के बाद छात्र मायूस हो जाते है। जिसके बाद हैकर छात्रों को अपने जाल में फंसाते है और उनके परिवार की कमाई को पल भर में अपने कब्जे में ले लेते है। ऑनलाइन गेम की दुनिया में फ्री फायर और पबसी ऑनलाइन गेम लोगों को बुरी तरह प्रभावित करते जा रहे हैं।
मामला आजमगढ़ जिले के बिलरियागंज क्षेत्र के इस्माइलपुर गोरिया गांव का है जहां के निवासी हरिबंश लाल श्रीवास्तव शिक्षक हैं और पीड़ित शिक्षक अपनी पुत्री की शादी के लिए आठ लाख रूपये जमाकर के रखा था लेकिन लाग डाउन लग जाने के शादी टालनी पड़ी। उनका 12 वर्षीय पुत्र दीप रंजन कक्षा 6 का छात्र है। उसे मोबाइल फोन पर पबसी, कोडा साफ्ट, फ्री फायर आदि ऑनलाइन गेम खेलने का शौक है। वह खाली समय गेम खलने में ही बिताता है। पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह के मुताबिक दीपरंजन के मोबाइल फोन पर एक दिन एक साइबर अपराधी ने वाट्सएप मैसेज किया। बच्चे ने रुचि दिखाई तो दोनों में दोस्ती हो गई। इसके बाद साइबर अपराधी ने बच्चे के गेम खेलने के शौक को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। धीरे-धीरे बच्चे को एडवांस गेम खेलने का लालच देता रहा और कहा कि वह इससे काफी रुपए कमा सकता है। दीपरंजन ने पैसा कमाने के चक्कर में गेम खरीदनेे के लिए पिता के डेबिट कार्ड का डिटेल के साथ ही मोबाइल फोन नंबर भी उसे दे दिया। फिर साइबर अपराधी ने उससे ओटीपी भी मांग ली। इसके बाद वह 10 अप्रैल से 12 मई के मध्य पेटीएम अकाउंट व अन्य माध्यम से धीरे-धीरे कर आठ लाख रुपए उड़ा दिया। हाल में जब शिक्षक को बैंक एकाउंट खाली होने की जानकारी हुई तो उसके होश उड़ गए। उसने इसकी शिकायत पुलिस से की और पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू की तो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पकड़ा गया आरोपी सागर सिंह आगरा जिले का रहने वाला है।