
रिपोर्ट : ज्ञानेंद्र चतुर्वेदी
आजमगढ़ : एंटी करप्शन टीम गोरखपुर ने गुरूवार को सहायक निबंधन फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स कार्यालय के लिपिक को दो हजार रूपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ सिधारी थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है। आरोपी लिपिक सोसाइटी के प्रमाण पत्र व नकल देने के नाम पर तीन हजार रूपये की मांग कर रहा था। पीड़ित ने परेशान होकर एंटी करप्शन टीम की मदद ली थी। इसके पूर्व भी इस कार्यालय में घूस मांगने के मामले की जांच चल रही है।
मऊ जिला के शहादतपुरा ब्रह्म्स्थान मुहल्ला निवासी राकेश कुमार सिंह अपने (रघुवंशी सेवा समिति) के पंजीकरण 23 अक्टूबर 2019 को प्रार्थना पत्र दिया था। 25 अक्टूबर को प्रमाण पत्र जारी भी हो गया लेकिन लिपिक अजय कुमार यादव प्रमाण पत्र व नकल देने के लिए तीन हजार रूपये की मांग शुरू कर दी। पीड़ित द्वारा कई बार चिट्स फंड कार्यालय का चक्कर लगाया लेकिन लिपिक ने प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया। इसके बाद पीड़ित सात नवंबर 2019 को गोरखपुर जाकर एंटी करप्शन विभाग से शिकायत की। इसके बाद गुरूवार को एंटी करप्शन टीम प्रभारी निरीक्षक डीपी रावत के नेतृत्व में जनपद पहुंची और पीड़ित से मिलकर केमिकल लगी पांच-पांच सौ की चार नोट दिया। साथ ही टीम ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर परमिशन लेने के साथ ही उनके द्वारा नामित दो गवाहों को लेकर चीट फंड कार्यालय पहुंच गयी। इसके बाद राकेश सिंह ने लिपिक अजय यादव को दो हजार रूपये दिये और उसने प्रमाण पत्र दे दिया। लिपिक के रूपया हाथ में लेते ही टीम ने लिपिक को धर दबोचा। एंटी करप्शन टीम घूसखोर लिपिक को लेकर सिधारी थाने पहुंची और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ लिपिक नरेन्द्र कुमार व सीएमओ कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक रामजतन मौर्य की मौजूदगी में रिपोर्ट दर्ज करायी।
प्रभारी निरीक्षक डीपी रावत ने बताया कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कोई भी पीड़ित हमें सूचना दें, एंटी करप्शन टीम पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। ऐसे लोगों को रंगेहाथ दबोचकर जेल भेजा जायेगा। लिपिक अजय यादव को भी घूस लेने के आरोप में जेल भेजा जा रहा है। टीम में इंस्पेक्टर चन्द्रभान मिश्रा, रामधारी मिश्रा, पुनीत सिंह, विनोद कुमार यादव, सुमित कुमार शामिल रहे।