
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : देश के जाने माने कवि कुमार विश्वास के साथ बड़े फ्राड का मामला प्रकाश में आया है। खुद कुमार विश्वास ने अपनी वेबसाइट व फेसबुक पर पोस्ट के जरिये इस फ्राड का खुलासा किया है। इसके बाद से आयोजकों में हड़कंप मचा है। कारण कि जश्ने विश्वास के नाम से कार्यक्रम अर्गनाइज कर रही संस्था उमा उपहार फाउंडेशन व वीआईएस ने कार्यक्रम में महंगे टिकट के जरिये भारी भरकम रकम जुटाने का प्लान बनाया था। जब संस्था का लगा कि उनका पोल खुलने वाला है तो उन्होंने कार्यक्रम की तिथि बदलकर खुद को बचाने का प्रयास किया लेकिन कुमार विश्वास के पोस्ट ने उनका पोल खोल दिया है।
बता दें कि उमा उपहार फाउंडेशन आजमगढ़ व वीआईएस संस्था के संयुक्त तत्वावधान में 28 नवंबर को शहर के सर्वोदय पब्लिक स्कूल हरबंशपुर में जश्ने विश्वास नाम से कार्यक्रम का अयोजन होना था। आयोजकों द्वारा इसमें कवि कुमार विश्वास सहित कई स्थानीय शायरों के शामिल होने की बात कही गयी थी। कार्यक्रम के लिए बाकायदा 500 रूपया, 1000 रूपया तथा वीआइपी टिकट 2000 रूपये में बिक्री भी शुरू कर दी गयी। तमाम लोगों ने टिकट भी खरीद लिया। इसी बीच बुधवार को दोपहर बाद खुद कुमार विश्वास ने अपनी वेबसाइट व फेसबुक पर पोस्ट के जरिये इस फ्राड का खुलासा कर दिया और कहा कि संस्तुति पत्र में जो हस्ताक्षर है वह उनका आटोग्राफ है ना कि आफीसियल हस्ताक्षर। उनके नाम पर एक संस्था के जरिये फ्राड किया गया है। आयोजकों को जब लगा कि अब यह ममाला तूल पकड़ रहा है तो आयोजक सारे फ्राड का आरोप केडी इवेंट नाम की संस्था पर लगाते हुए एसपी को प्रार्थना पत्र दे दिया। मजेदार बात है कि उमा उपहार फाउंडेशन के मेनेजिंग डायरेक्टर प्रवीन कुमार शुक्ला एक तरफ दावा कर रहे हैं कि उनके साफ केडी इवेंट नाम की संस्था ने फ्राड किया है और दूसरी तरफ यह भी बता रहे हैं कि उन्हें इस बारे में तीन दिन पहले पता चल गया था। अब सवाल है कि यदि उन्हें तीन दिन पहले मामला पता था तो उन्होंने पुलिस से शिकायत करने के बाजाय मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कार्यक्रम की तिथि 28 नवंबर की जगह 19 दिसंबर बता कर लोगों को गुमराह क्यो किया। इससे साफ है कि कहीं न कहीं आयोजक भी इस पूरे खेल में शामिल है।
वही पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि तहरीर मिली है। जांच कर कार्रवाई की जायेगी।