
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आज़मगढ़ : गो- तस्करी के साथ अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड कर आजमगढ़ पुलिस ने भारी मात्रा निर्मित व अर्धनिर्मित अवैध तमंचा, रिवाल्वर, पिस्टल के साथ ही कारबाइन जैसे घातक हथियारों के पार्ट व हिरन की सींग, गोमांस, गोमांस के अवशेष और मवेशी बरामद कर 12 अर्न्तजनपदीय तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनके पशु तस्करों से लेकर जेल, और गैंगेस्टर जैसे अपराधियों से इनके रिश्ते का खुलासा हुआ है। जिनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।
आजमगढ़ जिले के शहर कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि ककरहटा गांव में महबूब आलम के घर में गो-तस्करी के लिए मवेशी को ले जाया जा रहा है। सूचना के बाद पुलिस की दो टीमों ने मकान पर छापेमारी की। पुलिस की छापेमारी से वहां हडकम्प मच गया। मकान के अंदर मौजूद लोगों ने चापर सहित अन्य धारदार हथिया से पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। लेकिन पुलिस ने सर्तकता बरतते हुए मकान के अंदर से 12 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 12 चापर, 17 अर्धनिर्मित नाल, भारी मात्रा में निर्मित व अर्धनिर्मित रिवाल्वर, तमंचा व शस्त्र बनाने का उपकरण के साथ ही कारबाइन जैसे घातक हथियारों के पार्टस व गोमांस, गोवंस के अवशेष, हिरन की सींग और मवेशी बरामद हुए। गिरफ्तार सभी आरोपी जिले के ही विभिन्न थाना क्षेत्रों के रहने वाले है । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गये लोग केवल गोवंश की तस्करी ही नहीं बल्कि काफी बड़े पैमाने पर असलहों की तस्करी करने का काम भी करते थे। उन्होने बताया कि इनके सम्बन्ध जेल में बंद अपराधियों और गैंगेस्टरों से भी है। ये जिले ही नहीं बल्कि जिले बाहर भी लोगों को असलहा मुहैया कराते थे। अभी मामले की जांच जारी है। इसमें और बड़े और चौकाने वाले खुलासे होगें। इसके साथ ही चौकी इंचार्ज और हलके सिपाही की भूमिका ही जांच के आदेश दिये गये है।