
दो अफगानियों की गिरफ्तारी के बाद हुआ बड़ा खुलासा
रिपोर्ट : प्रिंस यादव
आजमगढ़ : कभी आतंक की नर्सरी कहे जाने वाले आजमगढ़ में एक नया खेल चल रहा था और खुफिया-सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं थी। आजमगढ़ से फर्जी दस्तावेज तैयार कर अफगानिस्तान के लोगों का वाराणसी के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट बनवाकर उन्हें खाड़ी देशों में भेजा जा रहा था। वाराणसी से गिरफ्तार अफगानिस्तान के आबिद और आजमगढ़ के साहबे आलम से मिली जानकारी पर पुलिस ने कोलकाता से एक और अफगानी किरामउल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है। खास बात यह रही कि गिरफ्तार अफगानी ने आजमगढ़ के फूलपुर कोतवाली क्षेत्र से अपना पासपोर्ट भी बनवा लिया था, और बीजा के लिए आवेदन भी कर चुका था। खुलासे के बाद जहां खुफिया व सुरक्षा एजेंसिया हरकत में आ गयी, वहीं लापरवाही बरतने के आरोप में दारोगा सहित तीन पुलिसकर्मीयों को निलंबित कर मामले की जांच चल रही है । खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि आजमगढ़ से कई और विदेशी नागरिको के भी फर्जी पासपोर्ट बने है।
शुक्रवार को वाराणसी स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पर डाक्यूमेंट के वेरिफिकेशन के दौरान अफगानी युवक आबिद को गिरफ्तार किया। यह आजमगढ़ जिले के फुलपुर कोतवाली क्षेत्र के चमराडिह गांव के रहने वाले एक मजदूर के नाम से फर्जी कागजात के सहारे पासपोर्ट बनवा रहा था। पुलिस ने जब हिरासत मे ंलेकर पूछताछ किया तो इस काम में मदद करने वाले चमराडिह गांव निवासी साहेब आलम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने उससे पूछताछ की तो उसने एक और अफगानी युवक किरामतउल्ला का इसी तरह से पासपोर्ट बनवाने की बात पुलिस को बताई । जिसके बाद हरकत में आयी पुलिस ने कोलकता प्रांत से किरामतउल्ला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इसके पास से अफगानी और भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, नोटरी शपथ पत्र सहित अन्य जाली भारतीय कागजात पुलिस ने बरामद किया। दो अफगानी नागरिकों के आजमगढ़ से पासपोर्ट बनवाने की घटना सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसिया हरकत में आ गयी। गिरफ्तार दोनों अफगानी नागरिकों से सुरक्षा एजेंसिया पूछताछ कर रही है। वही इस ममाले में लापरवाही बरतने के आरोप में फूलपुर कोतवाली के दारोगा और दो पुलिसकर्मीयों को निलंबित कर दिया गया। पूरे मामले की जांच आईपीएस रैंक के अधिकारी को सौंप दी गयी है।
बातातें चले कि गिरफ्तार दोनों अफगानी नागरिको ने फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के चमराडिह गांव के भठ्ठे पर काम करने वाले दो मजदूरों के नाम से पासपोर्ट बनवाये थे। पुलिस का कहना है मजदूरों को इस बात की कोई जानकारी नहीं है। पुलिस का कहना है यह पता किया जा रहा है कि किस दुकान से आधार कार्ड बना, अन्य दस्तावेजो से किस प्रकार से छेड़छाड़ की गयी। इसके पीछे कौन लोग थे। इसके लिए आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में टीम छानबीन कर रही है।
वहीं बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि विदेशी नागरिक महिनो तक जिले में डेरा डाले रहे लेकिन पुलिस और स्थानीय खुफिया विभागं को भनक तक नही लगी, वही अब पुलिस और खुफिया विभाग पर सवाल उठने लगे है कि आखिर आजमगढ़ जैसे संवेदनशील जिले में विदेशी नागरिकों के कागजात गरीबों नाम पर कैसे बन गये ।इन गरीबों के कागजातों में कैसे हेराफेरी की गयी। खुफिया विभाग और स्थानीय पुलिस बिना स्थलीय वेरिफिकेशन के कैसे इनका पासपोर्ट जारी कर दिया। फिलहाल एसपी ने एक दारोगा और दो पुलिसकर्मीयों को निलंबित कर इस खेल में शामिल अन्य लोगों के नाम को उजागर करने का दावा किया है।