
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ पुलिस की बढ़ती घेराबंदी के बीच ढाई लाख रूपये के इनामी अपराधी अखंड प्रताप सिंह ने पुलिस को चकमा देकर आज एडीजे कोर्ट में आत्मसमर्ण कर दिया। अखंड प्रताप सिंह के सरेंडर करने की सूचना के बाद बड़ी संख्या में कोर्ट के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गयी।
तरवां थाना क्षेत्र के जमुआ गांव के रहने वाले अपराधी अखंड प्रताप सिंह ने वर्ष 2013 में 11 मई को ट्रांसपोर्टर धनराज यादव की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इसके साथ ही करीब तीन दर्जन गंभीर अपराध करने के बाद वह तरवां ब्लाक के प्रमुख बने थे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा से अतरौलिया विधानसभा से प्रत्याशी भी रह चुके है। अपराधिक मामलों में फरार चल रहे अखंड प्रताप सिंह के घर इसी वर्ष नवम्बर माह में कुर्की की नोटिस भी चस्पा की थी। जिसके बाद पुलिस ने अखंड प्रताप सिंह के उपर ढाई लाख का ईनाम घोषित कर दिया। बढ़ते पुलिस के दबाव के बीच आज अखंड प्रताप सिंह ने गैंगेस्टर कोर्ट सरेंडर कर दिया। पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह का कहना है कि पुलिस की तीन टीमें लगातार गिरफ्तारी के लिए लगी हुई थी। जिसके बाद बढ़ते दबाव के बीच उन्होने सरेंडर किया है।