
रिपोर्ट : राजीव चौहान
आजमगढ़ : पिछले सप्ताह 24 घण्टे के अंदर ताबड़तोड़ तीन एनकाउंटर करने वाले पुलिस कप्तान प्रो. त्रिवेणी सिंह गुरूवार को नए अवतार में दिखे। सरकारी पिस्टल के बजाय उनके हाथ में लकड़ी का बैट था। कप्तान ने किक्रेट में खूब हाथ आजमाया। मौका था निजामाबाद के एक निजी स्कूल के तत्वाधान में आयोजित खेल प्रतियोगिताओं के उद्घाटन का। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे कप्तान ने प्रतियोगिता के शुुभारंभ के दौरान जमकर क्रिकेट खेला।
एनकाउंटर मैन प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने कहा कि खेल व शिक्षा एक सिक्के के दो पहलू हैं। खेल से शरीर स्वस्थ होता है और शरीर स्वस्थ होने से मन भी स्वस्थ रहता है। स्वस्थ मन से बेहतर शिक्षा की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेल पर भी ध्यान देना चाहिए। जिस तरह से खेल के मैदान में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जागृत होती है उसी तरह से छात्र-छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में भी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जागृत करना चाहिए। इससे व्यक्ति का चहुंमुखी विकास होता है। आज के बच्चे कल के नागरिक होंगे यहां से निकल कर वह बेहतर प्रदर्शन करें, यही उनकी शुभकामनाएं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आज इस कॉलेजे के छोटे से ग्राउंड में खेलने वाले बच्चे कल अगर इस देश के लिए खेलेंगे तो निश्चित रूप से कालेज परिवार इसे अपनी उपलब्धि मानेगा।