
रिपोर्ट : रोशन मिश्रा
सोनभद्र : उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी एक बार फिर सोनभद्र नरसंहार में पीडि़त परिवारों से मिलने पहुंची और उनका हाल भी जाना। पीडि़तों से भेंट करने के बाद गांव से बाहर निकलीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को जिस तरह से हटा गया, वह तरीका गलत था। इस प्रकरण पर पहली बार प्रियंका गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रियंका ने कहा कि जिस तरह से यह सब कुछ किया गया वह पूरी तरह से असंवैधानिक था। यह लोकतंत्र के सभी सिद्धांतों के विरूद्ध था।
प्रियंका गांधी इस मामले में पार्टी लाइन पर रहीं। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से असंवैधानिक था। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी करने के लिए नियम बने हैं। उन नियमों का पालन किया जाना चाहिए, लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यह असंवैधानिक है। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि केंद्र सरकार ने जो फैसला लिया है, वह संविधान का उल्लंघन है और इस फैसले से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
नरसंहार पीड़ितों से मिलने उभ्भा पहुंचीं प्रियंका वाड्रा दो घंटे तक गांव में रहीं। इस दौरान प्राथमिक विद्यालय परिसर में परिजनों से मिलने के लिए बनाए गए स्थल पर 1.30 बजे पहुंची। जहां बैठने के लिए लगाई गई कुर्सी पर न बैठकर पीड़ित महिलाओं के बीच जाकर जमीन पर बिछाई गई दरी पर बैठ गईं। इसके बाद एक-एक करके मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उनकी स्थिति पूछते हुए सांत्वना दीं। गांव से लौटते समय मीडिया से कहा कि घटना बहुत बड़ी है लेकिन इसके बाद भी प्रशासन द्वारा पीड़ितों को परेशान किया जा रहा है। इसे कांग्रेस उच्च सदन में उठाएगी
इसके साथ ही घटना के चश्मदीद रामराज व रामधनी से पूरे घटनाक्रम को जाना। लगभग सवा घंटे इनके बीच विताने के बाद प्रियंका वाड्रा गांव की एक महिला के साथ घटनास्थल पर जाकर खेत को देखा। वहां से आने के बाद मृतकों के घर जाकर घर की स्थिति देखी। इस दौरान कुछ पीड़ितों को दिल्ली भी बुलाया। इसके बाद साढ़े तीन बजे वाराणसी के लिए रवाना हुईं। इस दौरान सुरक्षा की चौकस व्यवस्था रही। प्रियंका ने पीड़तों के परिजनों से कहां कि वह हमेशा उनके साथ हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा वाराणसी व मिर्जापुर होते हुए सोनभद्र के उभ्भा गांव पहुंची। यहां उभ्भा गांव के प्राथमिक विद्यालय परिसर में परिजनों से मिलने के बाद गांव की एक महिला के साथ घटनास्थल भी देखने गईं।