
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : अब तक आपने शिक्षा की पाठशाला चलते हुए देखा होगा और सुना होगा। लेकिन हम आपको एक ऐसी पाठशाला से रूबरू करायगें जिसे जानकर आपके पैरो तले जमीन खीसक जायेगी। यह एक ऐसी पाठशाला है जो आपकी पलक झपकते करोड़पति से कंगाल बना देगी। आजमगढ़ पुलिस ने एटीएम क्लोनिंग की ऐसी ही पाठशाला का खुलासा करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एटीएम क्लोनिंग मशीन और एटीएम कार्ड बरामद किया है । इस गिरोह के सदस्यों ने आजमगढ़ जिले में दस लाख रूपये से भी अधिक का चुना लगा चुके है।
आजमगढ़ पुलिस की गिरफ्त में आये ये चार शातिर जालसाज एक ऐसी पाठशाला से निकले है। जहां आपकी जरा सी चूक होने पर पलक झपकते ये आपको कंगाल बना देगें। जी हां ये पाठशाला झारखंड के जामतारा जिले में चलती है। यहां एटीएम के क्लोन बनाने की पाठशाला कुटीर उद्योग के रूप संचालित होती है। पकड़े गए गिरोह के एक सदस्य ने बताया कि मुम्बई में उसके दोस्त ने बुलाया और एटीएम क्लोन की पाठशाला जामतारा में दाखिला कराया। पाठशाला से ट्रेंड होने बाद गैंग के मास्टर माइंड ने पूर्वांचल की कमान सौंप दिया। जिसके बाद इसने पूर्वांचल के जिलो में अपना नेटवर्क खड़ा कर बेरोजगारों और छात्रों को ट्रेनिंग देकर घटना को अंजाम देना शुरू किया। इस गिरोह के सदस्यों ने पूर्वाचल के विभिन्न जिलों में एटीएम की क्लोनिंग और शापिंग के जरिएं लोगों के लाखों रूपये उड़ा दिया। यही नहीं ये पेट्रोल पम्प और ग्राहक सेवा केन्द्र पर रहने वाले कर्मचारियों को मिला लेते थे। इन दुकानों पर आने वाले ग्राहक जब भी आनलाइन भुगतान करते ये स्कीमर डिवाइस व अन्य उपकरणों से एटीएम का क्लोन तैयार कर लेते थे और खाते से सारे रूपये उड़ा देते थे।
वही पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने अब तक केवल आजमगढ़ जिले से दस लाख रूपये लोगों के उड़ाये जबकि पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी इन्होने लाखों रूपये की जालसाजी की है जिसकी छानबीन चल रही है। इस मामले में कई दुकानों और पम्प पर रहने वालों को चिन्हित किया गया है। जल्द ही गिरोह के मास्टर माइंड और मदद करने वालों को भी गिरफ्तार किया जायेगा।