
रिपोर्ट : प्रिंस यादव
आजमगढ़ : भाई-बहन के अटूट रिश्तों का पर्व रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस का पर्व एक दिन पड़ने से बाजार में तिरंगा कलर की राखी व रक्षा उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त बाजारों में नये-नये ब्रांड की भी राखियां उपलब्ध है लेकिन इस वर्ष तिरंगे कलर की राखियां बहनों के लिए खाश आकर्षण का केन्द्र है।
इस बार रक्षा बंधन व आजादी का पर्व स्वतंत्रता दिवस एक ही दिन पड़ रहा है। ऐसे में रक्षा बंधन का पर्व भी आजादी के रंग में सराबोर रहेगा। ऐसे में बाजार में भी रंग बिरंगी राखियों के साथ ही तिरंगा कलर की राखियां बहनों के लिए खाश आकर्षण का केन्द्र है। नगर के मुख्य चैक, सिधारी, कलेक्ट्री चैराह, नरौली आदि स्थानों पर राखियों की दुकानें सजी हुई है। जहां पांच रूपये से लेकर एक हजार तक की राखियां उपलब्ध है। इस वर्ष बाजार में चंदन की लकड़ी, माखनचोर, स्वास्तिक चिन्ह् के साथ रेशम की राखियां उपलब्ध है, लेकिन आकर्षण का केन्द्र केवल तिरंगें की राखी है। दुकानदारों का कहना है 15 अगस्त और रक्षा बंधन एक साथ पड़ने से इस बार तिरंगेे कलर की राखियों की मांग अधिक है।