
मोटापा कम करने के लिए अक्सर लोग तरह-तरह के नुस्खें अपनाते हैं, लेकिन वजन में जरा भी कमी नहीं आती. इसके ट्रीटमेंट पर लोग पानी की तरह पैसा बहा देते हैं, जबकि इसे रो कर भी कम किया जा सकता है. सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा, लेकिन एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि रोने से इंसान के वजन में गिरावट आती है.
एशियन वन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक रोने से हमारे शरीर में कॉर्टिसोन नामक हार्मोन रिलीज होता है. शरीर में इस हार्मोन का स्तर बढ़ने से वजन में गिरावट आती है. दूसरा, स्ट्रेस लेवल बढ़ने पर जब हम रोते हैं तो आंसूओं के जरिए एक विषैला पदार्थ शरीर से बाहर आता है जो वजन बढ़ने के लिए काफी हद तक जिम्मेदार होता है.
स्टडी में यह भी खुलासा हुआ है कि जिन लोगों के रोने पर आंसू आसानी से नहीं निकलते, उनके लिए वजन घटाना काफी मुश्किल चुनौती है. एक और दिलचस्प बात ये भी बताई गई है कि रोने की नौटंकी करने हैं या ढोंग रचने से इसका वजन पर कोई असर नहीं होता.
शोध में बताया गया है कि इंसान को सिर्फ तीन तरह के आंसू आते हैं, बेसल, रिफ्लेक्स और साइचिक. बेसल आंसू अक्सर खुशी की वजह से निकलते हैं, जबकि रिफ्लेक्स आंसूओं की वजह सिगरेट का धुआं या प्रदूषण हो सकता है. साइचिक आंसूओं की वजह इमोशन होते हैं और इन्हीं के निकलने पर वजन कम होता है.
7 से 10 बजे रात में रोने से वजन ज्यादा तेजी से गिरता है. यह ऐसा वक्त होता है जब इंसान के नेगेटिव इमोशन उस पर सबसे ज्यादा हावी होते हैं. यह बात पहले भी सामने आ चुकी है कि रोने से इंसान के शरीर में मौजूद कैलोरी ज्यादा तेजी से बर्न होती है.