
रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय
आजमगढ़ : किसी ने सच ही कहा कि माता पिता के लिए अपने दस बच्चों को पालना आसान होता है लेकिन दस बच्चें मिलकर भी मां-बाप का ख्याल नहीं रख सकते है। कुछ ऐसा ही हुआ आजमगढ़ जिले में जहां दो बेटो ने अपने मां और बाप को घर से बेदखल ही नहीं कि बल्कि उन्हे किरायेदार घोषित कर अपना पल्ला झाड़ लिये। अब लाचार मां-बाप कचहरी और अधिकारियों के यहां न्याय के लिए भटक रहे है।
करीब पचास बसंत पार कर चुकी यह है समरजियां और सिद्द्धू जो सदर तहसील के जहानागंज थाना क्षेत्र के सिही की निवासी है। लाठी के सहारे बमुश्किल चल रही यह मां कभी सपने में भी नहीं सोची होगी कि उसने जिन दो बच्चों को जन्म दिया है वह उनके बुढ़ापे में लाठी का सहारा बनने के बजाय उन्हे दर-दर भटकने पर मजबूर कर देगें। इन बूढ़े मां और बाप का आरोप है कि उनके दो बेटे लौजारी और हरिश्चन्द्र ने उनको घर से निकाल दिया। इतना ही नहीं जब बूढ़े मां और बाप ने शिकातय दर्ज करायी तो दोनों बेटो ने पुलिस को बताया कि वह इनके मां-बाप नहीं बल्कि किरायेदार थे और हमारे मकान में रहते थे। जिसके बाद तो इनके पैरो तले जमीन खिसक गयी। अब ये मां और बाप अधिकारियों से लगाय कचहरी तक चक्कर लगा कर न्याय की गुहार लगा रहे है।
शिकायत के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। सीओ सदर अकमल खां का कहना है कि शिकायत पत्र की जांच की जा रही है। लड़को को बुलाया गया है। जांच के बाद जो भी तथ्य प्रकाश में आयेगा, उस आधार पर कार्रवाई की जायेगी।