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रिपोर्ट : ज्ञानेंद्र चतुर्वेदी
आजमगढ़ : प्रदेश में गोवंश की मौत के बाद सीएम के एक्शन और निर्देश के बाद सुबह होते ही अधिकारी सरकारी गोशालाओं की तरफ दौड़ पड़े। आजमगढ़ जिले में जिलाधिकारी एनपी सिंह अधिकारियो के साथ गौशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने टीन शेड, नाद, चारा, चिकित्सक सेवाएं बढ़ाने का निर्देश दिया।
सोमवार को जिलाधिकारी एनपी सिंह ने चक्रपानपुर बाजार के समीप स्थित किशुनपुर गांव में बने सरकारी गौशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने गौशाला में गोवंशो, उनके चारे, शेडो की व्यवस्था का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया पशुओं के सापेक्ष शेड कम है। चारे की व्यवस्था में समस्या, चारा खाने के लिए नाद आदि की समस्या है। इस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि 2 नये शेड, चारे के चरनी और नाद को तीन गुना किया जाय। इसके साथ नर और मादा के लिए अलग-अलग कर्मचारियों की आठ-आठ घंटे की ड्युटी लगाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने चेतावनी भी दी अगर इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती गयी तो सम्बन्धित अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ निलम्बन, बरर्खास्तगी के साथ पशुक्रुरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी।
वही गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य का कहना है कि गौशाला में व्यवस्थओं की काफी कमी है। बिना चारे के पशु भूख और प्यास से तडप रहे है। इनकी अधिक संख्या होने के चलते कोई चाह कर भी मदद नहीं कर पा रहा है। सरकार को पहले व्यवस्थाओं को दुरूस्त करके गोवंशों को गौशालाओं में रखना चाहिए था।