अस्पताल प्रबंधन का अमानवीय चेहरा आया सामने ! जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे युवक को नही मिला स्ट्रेचर,दर्द बयां कर रही हैं तस्वीरे

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रिपोर्ट : अवनीश उपाध्याय

आजमगढ़ जिला अस्पताल में मानवीय संवेदनाएं तब तार-तार हो गयी जब दो पक्षों में हुई मारपीट के दौरान घायलों को जिलाअस्पताल से रेफर किये जाते समय घायल को स्ट्रेचर नहीं मिला तो परिजन लोगों की मदद से घायल को टांग कर वार्ड से बाहर गेट तक ले गये। बावजूद उसके अस्पताल प्रशासन आंखे मूंदे हुए सब कुछ देख रहा था।
मेंहनगर थाना क्षेत्र में दो पक्षों में हुई मारपीट के बाद आधा दर्जन लोग घायल हो गये। जिनका उपचार जिला चिकित्सालय में चल रहा है। इसी दौरान चिकित्साकों ने मोनू यादव को गंभीर होते देख हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। रेफर किये जाने पर परिजन स्ट्रेचर के लिए वार्ड में अस्पताल कर्मीयों से गुहार लगाते रहे लेकिन अस्पताल कर्मीयों पर इसका कोई असर नहीं हुआ तो बेबस परिजनों ने साथ आये ग्रामीणों और भर्ती मरिजों के परिजनों को बुलाकर घायल मोनू को टांग कर अस्पताल के मुख्य गेट पर लाया गया। इस नजारे को देखकर लगा कि अस्पताल का स्टॉफ पूरी तरह से मानवीय संवेदना विहीन हो चुका है। वही इस मामले पर अस्पताल प्रशासन कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है।